हम होते अगर परछाई तुम्हारी
तो कभी हम तुम्हें गिरने नहीं देते
जो अँधेरों में अगर परछाई नहीं होती
तो रात को तुम्हें हम निकलने न देते
जो होते अगर हम आइना तुम्हारा
तो सामने से अपने हटने न देते
तुम सज़ती सवरती बैठ कर वहां पर
हम आँखों को अपनी झपकने न देते
हम होते अगर सपना तुम्हारा
तो नींद तुम्हारी हम टूटने न देते
जो सोती अगर तुम सिर्फ रात के अंधेरो में
तो सूरज को कभी हम निकलने न देते
हम होते अगर दर्द तुम्हारा
एक पल भी अहसाह होते न देते
खत्म कर लेते हम खुद अपने आप को
दर्द से तुम्हे हम कभी सिसकने न देते
पर होते अगर हम मोहब्बत तुम्हारी
तो प्यार भी हमारा लाजवाब होता
लोग कहते अगर प्यार बुरी चीज है
तो घर अपना एक चाँद पर भी होता !!
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